वाहनों की सेफ्टी के लिए बड़ा कदम! 1 अक्टूबर से लागू होगा Bharat NCAP का नया नियम

  नई दिल्ली
अब तक भारत में बिकने वाली कुछ चुनिंदा कारों का ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट होता रहा है, जिसके आधार पर उन्हें सेफ्टी रेटिंग दी जाती है. लेकिन अब बहुत जल्द ही भारत न्यू कार एसेसमेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP) के तहत वाहनों की क्रैश टेस्टिंग की जाएगी. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) के अतिरिक्त सचिव महमूद अहमद ने मीडिया को दिए एक बयान में कहा है कि, भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम क्रैश टेस्ट मानदंड 1 अक्टूबर, 2023 से लागू होने वाला है.

ऑटोकार प्रोफेशनल की एक रिपोर्ट के अनुसार, महमूद अहमद ने इस बात की जानकारी दी है कि, आगामी 1 अक्टूबर 2023 से Bharat NCAP क्रैश टेस्ट को लागू किया जाएगा. इस मीडिया रिपोर्ट में अहमद के हवाले से बताया गया है कि, मंत्रालय ने मसौदा अधिसूचना को अंतिम रूप दे दिया है और मानदंडों को लागू करने की प्रक्रिया 30 दिनों के लिए 1 जुलाई, 2023 से शुरू होगी.
 
ये ख़बर उस वक्त सामने आई है जब देश में वाहनों की सेफ्टी रेटिंग को लेकर चर्चा हो रही है. हाल ही में स्कोडा ऑटो इंडिया और NIQ BASES द्वारा किए गए एक सर्वे रिपोर्ट में बताया गया है कि, 10 में से 9 लोागों का मानना ​​है कि भारत में सभी कारों की सुरक्षा रेटिंग होनी चाहिए. भारत में ग्राहक कार खरीदते समय दो बातों का विशेष ख्याल रखते हैं एक वाहन की क्रैश टेस्टिंग रेटिंग और दूसरी है वाहन में एयरबैग की संख्या कितनी है.

MoRTH के अतिरिक्त सचिव ने आगे कहा कि एक परामर्शदात्री विंडो के माध्यम से, सरकार, "विभिन्न वाहन निर्माता कंपनियों से फीडबैक मांगेगी, और यदि आवश्यक हो, तो इस अवधि के दौरान मामूली बदलाव किए जाएंगे, जो 31 अगस्त, 2023 को समाप्त होगी." बता दें कि, इस मामले को लेकर इंडस्ट्री में वाहन निर्माताओं द्वारा बड़ी चुनौतियां देखी जा रही है. हालांकि, सरकार इंडस्ट्री की मांग पर बातचीत करने और समय-सीमा को 1 अक्टूबर से आगे बढ़ाने पर भी विचार कर रही है.

भारत में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पहले कहा था कि Bharat NCAP भारतीय निर्माताओं को अपने वाहनों को देश की इन-हाउस टेस्टिंग फेसिलिटी में क्रैश टेस्ट करने की सुविधा देगा और ऑटो सेक्टर में निर्याता को भी बेहतर करेगा.

क्या है Bharat NCAP:

भारत न्यू कार एसेसमेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP) एक क्रैश टेस्ट मूल्यांकन प्रोग्राम है, जो कि वाहनों की क्रैश टेस्टिंग के बाद उनके परफॉर्मेंस के आधार पर 0 से 5 स्टार रेटिंग देगा. जैसा कि आप अब तक ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में देखते आए हैं. रोड ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री ने देश में कारों का क्रेश टेस्ट करने और उन्हें सेफ्टी रेटिंग देने के लिए पैरामीटर तय कर लिए हैं. जब ये प्रोग्राम लागू हो जाएगा, वाहन निर्माता अपने वाहनों को परीक्षण के आधार पर सेफ्टी रेटिंग देगे, जिससे कार खरीदारों को वाहन चुनने में आसानी होगी.

सरकार ने भारत एनसीएपी के परीक्षण प्रोटोकॉल को वैश्विक क्रैश-टेस्ट प्रोटोकॉल के साथ जोड़ दिया है, और नए मानकों में उनकी वेबसाइट पर 1 से 5 स्टार तक की स्टार रेटिंग की सुविधा दी जाएगी. यह देश में निर्मित या आयातित 3.5 टन से कम वजन वाले 'M1' श्रेणी के अनुमोदित मोटर वाहनों पर लागू होगा. M1 श्रेणी के मोटर वाहनों का उपयोग यात्रियों के आवागमन के लिये किया जाता है, जिसमें अधिकतम चालक की सीट के अलावा आठ सीटें होती हैं.

क्या है BNCAP के पैरामीटर्स:

अभी तक सरकार BNCAP के पैरामीटर्स को जो अंतिम रूप दिया है उसके आधार पर-

    कार के पैदल यात्री-अनुकूल डिजाइन का आकलन
    कार के स्ट्रक्चर की सेफ्टी
    कार में दिए जाने वाले सेफ्टी टेक्नोलॉजी
    वाहन में वयस्क और बच्चे की सेफ्टी
    वाहनों को 0 से 5 के बीच रेटिंग दी जाएगी

BNCAP रेटिंग स्वैच्छिक होगी, शुरुआत में, वाहन निर्माताओं को अपने वाहनों के क्रैश-टेस्ट के लिए सेंपल भेजने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. ताकि एजेंसी उन वाहनों का टेस्ट कर सके और फिर रेटिंग दी जा सके. इसके अलावा एजेंसी सीधे शोरूम से भी वाहन उठा सकती है और उनका क्रैश टेस्ट करने के लिए स्वतंत्र होगी. नई नीति से स्थानीय वाहन निर्माताओं को भी लाभ होगा क्योंकि उन्हें अब परीक्षण और स्टार ग्रेडिंग के लिए अपने नमूने विदेश नहीं भेजना पड़ेगा, जो एक महंगी प्रक्रिया है. ये एजेंसी CNG और इलेक्ट्रिक कारों का भी परीक्षण करेगी.

ARAI की क्या है तैयारी:

ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ARAI), भारत न्यू कार एसेसमेंट प्रोग्राम के लिए परीक्षण एजेंसी का काम कर रही है. ARAI ने भी सभी पैरामीटर्स के अनुसार वाहनों के क्रैश टेस्ट के लिए कमर कस रखा है. पुणे और चाकन में पूरी तरह से अत्याधुनिक तकनीक से लैस लैब्स हैं, जिन्होंने 800 से अधिक प्री-एनसीएपी क्रैश परीक्षण किए हैं. ये एजेंसी अंतरराष्ट्रीय स्तर के परीक्षणों को करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. BNCAP की एक ख़ास बात ये भी है कि, इसमें अन्य क्रैश-टेस्ट एजेंसियों की तरह एडल्ट और चाइल्ड सेफ्टी के लिए अलग-अलग रेटिंग नहीं मिलेगी, संभव है कि इन दोनों मामलों में एक ही यूनिफाइड रेटिंग दी जाए.