हनुमा विहारी का छलका दर्द, बोले- किसी ने ये तक नहीं बताया कि उन्हें ड्रॉप क्यों किया गया

नई दिल्ली

लगातार दो बार आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचकर भी टीम इंडिया खिताब नहीं जीत सकी। अब टीम इंडिया ने इस चैंपियनशिप के नए चक्र की शुरुआत की है। कुछ बदलाव भी टीम में देखे गए हैं, लेकिन कुछ समय पहले तक टीम का हिस्सा रहे खिलाड़ी को बाहर रखा गया है। यहां तक कि ईशान किशन और यशस्वी जायसवाल को वेस्टइंडीज में डेब्यू करने का मौका मिला है। हालांकि, हनुमा विहारी अभी भी टीम से बाहर हैं, जिन्हें अभी तक नहीं पता कि उन्हें क्यों बाहर रखा गया है।

हनुमा विहारी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के उद्घाटन संस्करण में टीम की योजनाओं का हिस्सा थे, लेकिन पिछले चक्र में उन पर शायद ही विचार किया गया। उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में बाहर कर दिया गया, लेकिन जब भारत ने अगली सीरीज में श्रीलंका की मेजबानी की तो उनकी वापसी हुई। विहारी ने घरेलू मैदान पर दो मैच और इंग्लैंड में एकमात्र टेस्ट खेला। इसके बाद फिर टीम से बाहर हो गए। विहारी WTC फाइनल के तीसरे चक्र के लिए भी योजनाओं में शामिल नहीं दिखते।

घरेलू क्रिकेट खेल रहे हनुमा विहारी इस समय दिलीप ट्रॉफी में साउथ जोन का हिस्सा हैं, जो फाइनल में है। द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए भारतीय टेस्ट टीम से बाहर किए जाने पर उन्होंने कहा कि वह निश्चित रूप से इस बात से निराश हैं। उन्होंने बताया, "मुझे कोई कारण नहीं मिला कि मुझे क्यों ड्रॉप किया गया र यही एकमात्र चीज थी जो मुझे परेशान कर रही थी। वास्तव में किसी ने मुझसे संपर्क नहीं किया और मुझे नहीं बताया कि मुझे क्यों ड्रॉप किया गया है।" वे 16 टेस्ट मैच खेल चुके हैं।

विहारी ने यह भी बताया किया कि उन्होंने अब चयन के फैसले पर शांत रहना सीख लिया है। उन्होंने कहा, "इसमें कुछ समय लगा और मैं उतार-चढ़ाव से गुजरा हूं और अब मैं इसके बारे में चिंतित नहीं हूं। मैंने चीजों के अपने व्यक्तिगत पक्ष को अलग रख दिया है और मैं इस बारे में ज्यादा तनाव नहीं लेता कि मैं भारतीय टीम में हूं या नहीं। जीतने के लिए अन्य मैच भी हैं और यह ट्रॉफी जीतने के बारे में है।''