सांसद दीपक बैज बने प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष, मोहन मरकाम पद मुक्त

रायपुर .

 सांसद दीपक बैज को छत्‍तीसगढ़ में प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंप दी गई है। बैज को प्रदेश अध्‍यक्ष बनाए जाने का आदेश देर शाम जारी हुआ। मोहन मरकाम को फिलहाल संगठन में कोई नई जिम्‍मेदारी नहीं दी गई है। विधानसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ कांग्रेस में बड़े फेरबदल देखने को मिल रहा है। पार्टी ने पहले टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाया। तो वहीं अब बस्तर सांसद दीपक बैज को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बना दिया है। बता दें कि इससे पहले मोहन मरकाम प्रदेश कांग्रेस की कमान संभाल रहे थे, लेकिन अचानक 12 जुलाई की रात फेरबदल करते हुए दीपक बैज जो जिम्मेदारी सौंप दी। वहीं दूसरी ओर दीपक बैज को पीसीसी चीफ बनाए जाने को लेकर छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर तंज कसा है।

कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले पार्टी के प्रदेश संगठन में बड़ा फेरबदल किया है। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ प्रदेश संगठन में बदलाव करते हुए बुधवार को सांसद दीपक बैज को राज्य इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया। बस्तर से लोकसभा सदस्य बैज ने मोहन मरकाम का स्थान लिया है। मरकाम को पार्टी ने चुनाव से कुछ महीने पहले उस वक्त हटाया है जब सरकार और संगठन के बीच टकराव की खबरें सामने आने लगी थीं। गौर करने वाली बात यह भी कि बीते कुछ महीनों से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं उनके बीच असहज रिश्तों की खबरें लगातार आ रही थी।

इस बदलाव से कुछ दिनों पहले ही टीएस सिंहदेव को राज्य सरकार में उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैज को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया। छत्तीसगढ़ में इस साल नवंबर- दिसंबर में विधानसभा चुनाव होना है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सांसद दीपक बैज को बधाई देते हुए ट्वीट किया, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष दीपक बैज जी को नए दायित्व के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं। हमारे निवर्तमान अध्यक्ष मोहन मरकाम जी का संगठन का सफल नेतृत्व करने के लिए आभार।

बस्तर से लोकसभा सदस्य बैज ने मोहन मरकाम को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने की चर्चा पिछले कुछ महीनों से लगातार जोरों पर थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संगठन में बदलाव को लेकर पार्टी नेतृत्व के साथ विस्तृत चर्चा भी की थी। पिछले कुछ महीने से लगातार ऐसी खबरें आ रही थी कि मरकाम और मुख्यमंत्री बघेल के बीच रिश्ते सहज नहीं है। कुमारी शैलजा के प्रदेश प्रभारी बनने के बाद से उनके और मरकाम के बीच भी कुछ मौकों पर टकराव की स्थिति देखी गई थी।

पिछले दिनों कुमारी सैलजा ने मरकाम के एक फैसले को पलट दिया था और रवि घोष को पार्टी की राज्य इकाई के महासचिव के रूप में बहाल कर दिया था। मरकाम जिस कोंडागांव विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं वह बस्तर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है। हालांकि बीते दिनों कुमारी सैलजा ने मरकाम के साथ टकराव की खबरों को नकार दिया था। उनका कहना था कि मरकाम के साथ उनका कोई मतभेद नहीं है। सनद रहे कांग्रेस ने हाल ही में राजस्थान में भी संगठनात्मक फेरबदल किए थे जिसमें सीएम अशोक गहलोत समर्थकों को तरजीह दी गई थी।