नवीन रोगियों का पंजीयन पुन: शुरू
भोपाल
भोपाल के आयुष परिसर स्थित शासकीय होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय और चिकित्सालय में सोरायसिस रोग के इलाज की इकाई में सोरायसिस के रोगियों का नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है। उपचार संबंधी सभी औषधियाँ एवं खून की जाँच नि:शुल्क उपलब्ध है। प्रतिदिन प्रात: 9 से शाम 4 बजे तक रोगियों का परीक्षण एवं उपचार की सुविधा है। नि:शुल्क उपचार के लिये नवीन रोगी का अग्रिम पंजीयन आवश्यक है, जिसके लिए मोबाइल नम्बर 9630667239 पर सम्पर्क किया जा सकता है। यह इकाई केन्द्रीय आयुष मंत्रालय दिल्ली और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के सहयोग से संचालित की जा रही है।
क्या है सोरायसिस
सोरायसिस त्वचा से संबंधित एक रोग है, जिसमें त्वचा पर एक सफेद परत सी जम जाती है। त्वचा पर लाल चकते उभर आते हैं, जिनमें पीड़ित रोगी को खुजली होती है और त्वचा की सफेद परत झड़ती रहती है। होम्योपैथी इकाई की डॉ. जूही गुप्ता ने बताया कि अब तक इस इकाई में 130 से अधिक मरीज अपना उपचार करवा चुके हैं। यहाँ न केवल भोपाल से, बल्कि प्रदेश के दूर-दराज स्थित विभिन्न क्षेत्रों से रोगी आकर अपना इलाज करवा रहे हैं।
सोरायसिस बीमारी को लाइलाज कहा जाता है और अन्य चिकित्सा पद्धतियों में रासायनिक प्रक्रिया से केवल इस रोग के लक्षणों को नियंत्रण में रखने का प्रयास किया जाता है। होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति में इस रोग का जड़ से इलाज संभव है। सोरायसिस मरीज के सभी लक्षणों का बारीकी से अध्ययन किया जाता है। रोग से संबंधित सभी जानकारियाँ रिकॉर्ड में रखी जाती हैं और उपयुक्त दवाइयों की खुराक से सोरायसिस बीमारी का जड़ से इलाज किया जाता है। मरीज के लक्षण अनुसार दवाई की खुराक निर्धारित की जाती है। इलाज के दौरान रोगी के त्वचा के फोटोग्राफ और खून की जाँच का विश्लेषण किया जाता है। आयुष विभाग ने रोगियों के उपचार के पूरे इंतजाम किये हैं।