लखोली क्षेत्र के 12 दुकानों पर 3 हजार 3 सौ रुपए जुमार्ना

राजनांदगांव

सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाये जाने कार्यवाही पर नगर निगम सख्ती बरत रही है और प्रतिदिन अभियान चलाकर प्रतिबंधित प्लास्टिक विक्रय एवं उपयोग पर कार्यवाही कर रही है। इसी कडी में आज प्रतिबंधित प्लास्टिक का विक्रय करने एवं उपयोग करने वाले लखोली क्षेत्र के 12 दुकानदारों पर कार्यवाही करते हुये 3 हजार 3 सौ रुपए जुमार्ना वसूल कर आधा किलो पालीथिन जप्त करने की कार्यवाही किये। उल्लेखनीय है कि पर्यावरण संरक्षण एवं प्रत्येक व्यक्ति व पशु-पक्षियों को प्लास्टिक के नुकसान से बचाने शासन द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंध करने कडे कदम उठा रही है। शासन के मंशानुरूप नगर निगम द्वारा भी प्रतिदिन अभियान चलाकर प्रतिबंधित प्लास्टिक विक्रय एवं उपयोग के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है।

निगम आयुक्त श्री अभिषेक गुप्ता ने प्लास्टिक से होने वाले नुकसान पर कहा कि आज प्लास्टिक पर्यावरण को नुकसान पहुॅचाने के साथ साथ मानव जीवन सहित जीव जन्तु के स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव डाल रहा है, नुकसान से बचाने शासन द्वारा इसके विक्रय एवं उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। शासन मंशानुरूप नगर निगम का स्वास्थ्य अमला शहर में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग एवं विक्रय नहीं करने प्रतिदिन समझाईस दे रहे है, समझाईस उपरांत विक्रय व उपयोग करते पाये जाने पर कडी कार्यवाही की जा रही हैै। कार्यवाही की कडी में लखोली क्षेत्र के 12 दुकानदारों में हितेश किराना दुकान से 1 हजार रुपए, बालाजी किराना स्टोर्स से 5 सौ रुपए, यासमिन फैन्सी स्टोर्स, कामाख्या फैन्सी स्टोर्स, महराज किराना,शिव पिपरमेन्ट दुकान,साहू किराना, के.के. दोसा ठेला, धीरज पान पैसेल, फैज किराना स्टोर्स से 2-2 सौ रुपए और मॉ चण्डी बुक डिपो व इकबाल किराना स्टोर्स से 1-1 सौ रुपए इस प्रकार कुल 3 हजार 3 सौ रुपए अर्थदण्ड वसूला गया एवं आधा किलो प्रतिबंधित प्लास्टिक जप्त की गयी। उक्त अभियान प्रतिदिन जारी रहेगी।

आयुक्त श्री गुप्ता ने सभी व्यापारियों से अपील करते हुये कहा कि अपने प्रतिष्ठानों की नियमित साफ-सफाई रखे एवं सिंगल यूज प्लास्टिक का विक्रय व उपयोग न करे। साथ ही उन्होंने नागरिकों से भी अपील करते हुये कहा है कि वे प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग न करते हुये जब भी घर से निकले कपडे के थैला लेकर निकले तथा लोगो को भी इसके लिये समझाईस देवे, ताकि प्लास्टिक से होने वाले दुष्प्रभाव से बचा जा सके।