उपयंत्री के पद से रिटायर 18 अफसरों की पेंशन के प्रकरण लंबित, विभागीय जांच बनी मुख्य वजह

भोपाल

जल संसाधन विभाग से उपयंत्री के पद से रिटायर हुए 13 अफसरों की पेंशन के प्रकरण लंबित हैं। इनमें से एक उपयंत्री तो 11 साल पहले रिटायर हो चुके हैं। जबकि दो उपयंत्री 6 साल पहले रिटायर हो गए है लेकिन अब तक इनकी जांचों का निराकरण नहीं हो सका है। यह जानकारी भाजपा विधायक लीना जैन के सवाल पर जल संसाधन मंत्री तुलसी राम सिलावटी ने लिखित जवाब में दी।

मंत्री ने बताया कि राधेश्याम पाटीदार ने वर्ष 2012 में वीआरएस ले लिया था, उसकी जांच शासन स्तर पर प्रक्रियाधीन है। उन्हें उपादान को छोड़कर बाकी भुगतान हो चुका है। इसी तरह राजघाट नहर  परियोजना दतिया में पदस्थ रहे उपयंत्री पीएस धुरैया और नर्मदापुरम में पदस्थ रहे सीएस चतुर्वेदी वर्ष 2017 में रिटायर हो चुके हैं। दोनों को अंतरिम पेंशन का ही भुगतान किया जा रहा है। वहीं गंगा कछार रीवा में पदस्थ रहे रवि कुमार मिश्रा और समीर कुमार श्रीवास्तव वर्ष 2020 और 2021 में रिटायर हुए।

इसमें समीर कुमार श्रीवास्तव का प्रकरण लोकायुक्त में चल रहा है। उनके खिलाफ रीवा लोकायुक्त में प्रकरण दर्ज है। जबकि मिश्रा की जांच का प्रकरण गंगा कछार रीवा स्तर पर प्रक्रियाधीन है। युमना कछार ग्वालियर में पदस्थ रहे सुशील कुमार सक्सेना और प्रमोद कुमार गुप्ता की जांच लंबित हैं। राजघाट नहर परियोजना में पदस्थ रहे राकेश शर्मा, जल संसाधन विभाग नर्मदापुरम में रहे आर एम सिंहा, डीपी शुक्ला के अलावा उज्जैन में रहे राम नारायण कुमावत, दिनेश कुमार सहगल और सागर में पदस्थ रहे खुशीराम साहू की भी जांच चल रही है।