भारतीय रेलवे विनिर्माण क्षेत्र में पहंच रहा है नई ऊंचाईयों पर : प्रधानमंत्री मोदी

वारंगल
 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारतीय रेलवे पिछले कुछ वर्षों में हजारों आधुनिक डिब्बों और इंजनों के उत्पादन के साथ विनिर्माण क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है।मोदी ने यहां आयोजित एक समारोह में काजीपेट में रेलवे विनिर्माण इकाई के निर्माण और राज्य में कई अन्य महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखने के बाद संबोधित करते हुए कहा कि अब काजीपेट भी भारतीय रेलवे द्वारा शुरू की गई मेक इन इंडिया अवधारणा का एक गौरवान्वित भागीदार बन गया है।

उन्होंने कहा काजीपेट में रेलवे विनिर्माण इकाई के बनने से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और क्षेत्र के कई परिवारों के लिए यह इकाई फायदेमंद होगा। इस विनिर्माण इकाई से प्रति माह लगभग 200 डिब्बों का उत्पादन होने की उम्मीद की जा रही है।प्रधानमंत्री ने कहा कि तेलंगाना के लोगों ने भारत को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में अहम भूमिका निभाई है। हम राष्ट्र के इतिहास में एक स्वर्णिम काल के साक्षाी हैं और हमें राष्ट्र की प्रगति के लिए हर अवसर को भूनाना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले नौ वर्षों में केन्द्र सरकार ने तेलंगाना क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास और बेहतर कनेक्टिविटी पर विशेष जोर दिया है।

मोदी ने अपने संबोधन का समापन करते हुए कहा कि यह केन्द्र सरकार द्वारा अपनाई गई नीति है जिसे 'सबका साथ, सबका विकास' के रूप में जाना जाता है। उन्होंने विकास के इस मंत्र के साथ तेलंगाना को विकास की ऊंचाईयों तक पहुंचाने का आग्रह किया।

केंद्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन जयराम गडकरी ने कहा कि सरकार ने बुनियादी ढांचे के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि गति शक्ति योजना के हिस्से के रूप में, योजना से कार्यान्वयन तक बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के हर चरण को उचित निगम, समन्वय और संचार के साथ शुरू किया जा रहा है। जिससे परियोजनाएं बहुत तेज गति से पूरी हो रही हैं और आज तेलंगाना में राष्ट्रीय राजमार्ग कनेक्टिविटी 5000 किलोमीटर तक पहुंच गई है।

केंद्रीय पर्यटन मंत्री और नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में सड़क और रेलवे परिवहन क्षेत्रों में पिछले कुछ वर्षों में बड़े विकास हुए हैं। रेल विकासात्मक परियोजनाओं पर बोलते हुए रेड्डी ने कहा कि काजीपेट में रेलवे विनिर्माण इकाई परियोजना लगभग 521 करोड़ रुपये की लागत से 160 एकड़ पर बनेगा और प्रति वर्ष लगभग 2400 रेल के डिब्बों का निर्माण होने की उम्मीद है।

इस अवसर पर तेलंगाना की राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सौंदरराजन, करीमनगर के सांसद और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष बंदी संजय कुमार, दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) के महाप्रबंधक अरुण कुमार जैन और रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

भारत के इतिहास में तेलंगाना का योगदान बहुत महत्वपूर्ण : मोदी

वारंगल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भले ही तेलंगाना अपेक्षाकृत एक नया राज्य है और इसने अपने अस्तित्व के केवल नौ वर्ष पूरे किए हैं, भारत के इतिहास में राज्य तथा इसके लोगों का योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा है।

मोदी ने तेलंगाना के वारंगल में लगभग 6,100 करोड़ रुपये की कई महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखने के बाद सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा,“तेलुगु लोगों की क्षमताओं ने हमेशा भारत की क्षमताओं को बढ़ाया है।”

प्रधानमंत्री ने जिन विकास योजनाओं की आधारशिला रखी उनमें 5,550 करोड़ रुपये से अधिक की 176 किलोमीटर लंबी राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं और 500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से काजीपेट में विकसित की जाने वाली रेलवे विनिर्माण इकाई शामिल है। इससे पहले मोदी ने भद्रकाली मंदिर में दर्शन और पूजा की।

प्रधानमंत्री ने भारत को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में तेलंगाना के नागरिकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और अवसरों में वृद्धि पर विश्वास व्यक्त किया क्योंकि दुनिया भारत को एक निवेश गंतव्य के रूप में देख रही है। उन्होंने कहा, “विकसित भारत को लेकर काफी उम्मीदें हैं।”

उन्होंने कहा,“आज का नया युवा भारत ऊर्जा से भरपूर है।” उन्होंने 21वीं सदी के तीसरे दशक में एक स्वर्णिम काल के आगमन को स्वीकार किया और सभी से इस अवधि का पूरा उपयोग करने की अपील की। इस बात पर जोर देते हुए कि तेज गति से विकास के मामले में भारत का कोई भी हिस्सा पीछे नहीं रहना चाहिए, उन्होंने पिछले नौ वर्षों में तेलंगाना के बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी में सुधार पर जोर दिया।