प्रतापगढ़
महिला एसडीएम ज्योति मौर्य और उसके पति आलोक मौर्य के बीच चल रहे विवाद पर कई प्रबुद्ध अपनी-अपनी राय दे रहे हैं। कोई महिला अधिकारी को तो कोई सफाई कर्मचारी पति को सही गलत ठहरा रहा है। सबकी अपनी-अपनी राय है। इन्हीं सब के बीच से प्रदेश में संचालित हो रही कई नामी सिविल सर्विसेज की तैयारी कराने वाले कोचिंग संचालकों ने आलोक से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि वह सफाई कर्मचारी को सिविल की तैयारी कराएंगे वो भी मुफ्त में।
पिछले एक महीने से महिला पीसीएस अधिकारी ज्योति और पंचायती राज विभाग में बतौर सफाई कर्मचारी पद पर तैनात उसके पति आलोक के बीच चल रहा पति-पत्नी और वो का विवाद चर्चाओं में बना हुआ है। विवाद को लेकर कई तरह के चुटकुले और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहे हैं। सफाई कर्मचारी ने बताया कि पूरे विवाद के दौरान अब मेरे पास सिविल सर्विसेज की तैयारी कराने वाले कोचिंग संचालकों के फोन भी आ रहे हैं, जो अपनी कोचिंग में निशुल्क पढ़ाने के लिए तैयार हैं। सफाई कर्मचारी प्रयागराज में रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी कर चुका है। पत्नी का रुझान अधिक देख पत्नी को कोचिंग और तैयारी कराने में जुट गया। इस दौरान वह प्रतापगढ़ जिले में पंचायती राज विभाग में सफाई कर्मचारी पद पर तैनात हो गया।
तीन बार वीडीओ पद के लिए दिया है इंटरव्यू
सफाईकर्मी ने बताया कि सिविल की तैयारी के दौरान कई बार उसने वन डे एग्जाम के साक्षात्कार दिए हैं। सफाईकर्मी के मुताबिक 2008-2009 में सिविल सर्विस की तैयारी के दौरान तीन बार ग्राम पंचायत ग्राम विकास अधिकारी का साक्षात्कार दे चुका है। लेकिन किन्ही कारणों के वजह से उसका चयन नहीं हो पाया है।
ट्रेन के इंजन को बोगी से तगड़ा होना पड़ता है
बिहार के पटना जिले से एक नामी कोचिंग संचालक ने कहा कि हमेशा देखोगे कि ट्रेन के इंजन को बोगी से तगड़ा होना पड़ता है। उन्होंने बच्चों की क्लास के दौरान खुद आगे रहने की सलाह दी।
नौकरी के साथ ऑनलाइन तैयारी भी करेगा
महिला पीसीएस अधिकारी के पति के पास सिविल सर्विसेज की तैयारी को लेकर लगातार फोन आ रहे हैं। फोन करने वाले कोचिंग संचालकों से महिला अधिकारी के पति ने नौकरी का हवाला देते हुए ऑनलाइन तैयारी की बात कही है। कोचिंग संचालकों ने भी उसे नोट्स देने को कहा है।