अशिष्ट भाषा का प्रयोग करके अजय चंद्राकर रमन सरकार के भ्रष्टाचार से ध्यान नहीं हटा सकते : शुक्ला

रायपुर

एक लाख करोड़ के भ्रष्टाचार के जो आरोप भाजपा की पूर्ववर्ती रमन सरकार पर लगे है, आरोप प्रमाणिक और तथ्यों के साथ लगे है, भाजपा उसका जवाब दें। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अशिष्ट भाषा का प्रयोग करके भ्रष्टाचार से ध्यान नहीं हटाया जा सकता है। साहस है तो प्रधानमंत्री से कहकर नान, चिटफंड, शराब घोटाला, पनामा पेपर, गौशाला अनुदान घोटाला, इंदिरा बैंक घोटाला की ईडी से जांच करायें। यदि रमन सिंह सरकार के भ्रष्टाचारों की जांच हो गयी तो पूरा रमन मंत्रिमंडल जेल के सलाखों के पीछे होगा। ईडी को भेजकर राज्य सरकार को बदनाम करने की पटकथा लिखने वाली भाजपा अपने घोटालों की सूची देख कर तिलमिला गयी है। जनता को इन घोटालों का हिसाब भाजपा को देना ही होगा।

शुक्ला ने कहा कि अजय चंद्राकर भी अली बाबा चालिस चोर गिरोह के 15 साल सदस्य रहे है। इन घोटालों में वे अपनी जवाबदेही से बच नहीं सकते है। भ्रष्टाचार खुद करेंगे जब उनके भ्रष्टाचार की जांच की बात हो तो कांग्रेस सरकार को बर्खास्त करने की बात करेंगे यह तो बेशर्मी की पराकाष्ठा है। कांग्रेस पार्टी इस गीदड़ भभकी से डरने वाली नहीं है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार भाजपा के रहमो करम पर नहीं चल रही। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार जनता के द्वारा दिये गये दो तिहाई बहुमत से चल रही। भाजपा के तमाम षड्यंत्रों के बावजूद पूरी मजबूती से चल रही। इस कार्यकाल को पूरा करने के बाद 2023 में फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी। अजय चंद्राकर पहले रमन सरकार के भ्रष्टाचारों का जवाब दें, उसके बाद आरोप लगायें। अजय चंद्राकर को गर्भाशय घोटाला छोटा लगता जिसमें उनके स्वास्थ्य मंत्री रहते स्मार्ट कार्ड के पैसे निकालने महिलाओं के गर्भाशय निकाल लिये गये। भाजपा बतायें नान घोटाले की जांच के लिये बनी एसआईटी पर स्टे क्यों लेकर आई है? भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार के घोटालों की 34 सूची का जवाब छत्तीसगढ़ की जनता को दें।