अयोध्या राम मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा CISF को! हाईटेक तरीके से होगी निगरानी

 अयोध्या

जनवरी में होने वाले श्रीरामजन्मभूमि में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पहले चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था पर मंथन शुरू हो गया है। ऐसी चर्चा है कि मंदिर के सुरक्षा प्लान की तैयारी का जिम्मा सीआईएसएफ के हवाले कर दिया है। बुघवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक शील वर्द्धन सिंह अयोध्या पहुंचे। उन्होंने जिले के वरिष्ठ सुरक्षा अफसरों के साथ निर्माणाधीन राममंदिर समेत समूचे परिसर में सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण कर आवश्यक जानकारी हासिल की। इसके बाद उन्होंने परिसर में ही अधिकारियों के साथ बैठक कर भविष्य की सुरक्षा योजनाओं पर मंथन किया।

माना जा रहा है कि यूपी पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक समग्र रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी है। राममंदिर की सुरक्षा के लिए उसमें कई तरह के सुझाव दिए गए हैं। इसी रिपोर्ट के बाद सीआईएसएफ को सलाहकार एजेंसी के तौर पर केंद्र सरकार ने भेजा है।  

इस बैठक में सीआईएसएफ के सुरक्षा विशेषज्ञों की ओर से पूर्व की गई सुरक्षा ऑडिट की रिपोर्ट से सम्बन्धित विषयों एवं भावी सुरक्षा के बारे में दिए गए सुझावों को लेकर भी विचार विमर्श किया गया। आडिट रिपोर्ट में वर्तमान सुरक्षा व्यवस्था के सापेक्ष राम मंदिर निर्माण के बाद व्यापक सुरक्षा परिवर्तन पर ही विशेष फोकस किया गया था। चूंकि वर्तमान सुरक्षा व्यवस्था अस्थाई मंदिर के लिहाज से है और मंदिर निर्माण के बाद जनवरी 2024 में विराजमान रामलला नए भवन में प्रतिष्ठित हो जाएंगे। यही नहीं मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के साथ पूरे परिसर को विकसित किया जाएगा। ऐसी दशा में मंदिर के 108 एकड़ परिसर के इधर व आउटर कार्बन को सुरक्षित किया जाना है। डीजी ने आईजी प्रवीण कुमार के साथ विस्तृत रूप से कई बिंदुओं पर चर्चा की।
 

सीआईएसएफ के डीजी के दौरे के बाद श्रीरामजन्म भूमि की सुरक्षा व्यवस्था में परिवर्तन की चर्चाओं को बल मिला है। एसपी सुरक्षा पंकज कुमार का कहना है कि केंद्र सरकार के निर्देश पर सीआईएसएफ को सुरक्षा व्यवस्था की आडिट की जिम्मेदारी दी थी। उसी के संदर्भ में पहले टीम यहां आई और उसने अपनी विस्तृत रिपोर्ट शासन को भेजी थी। उसी संदर्भ में विमर्श किया जा रहा है। उधर ,श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय के मुताबिक आडिट टीम ने सुझाव मांगा था। बैठक में आईजी प्रवीण कुमार व एसएसपी आरके नैय्यर सहित अन्य मौजूद रहे।

एंटी ड्रोन गन्स के साथ विशेष सुरक्षाकर्मी
पूरे अयोध्या पर एक साथ नजर रखने के लिए अत्याधुनिक कमांड सेंटर बनाने की तैयारी भी शुरू हो गई है। ड्रोन हमले से बचने के लिए एंटी ड्रोन गन्स के साथ विशेष सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। इसलिए पूरी सुरक्षा व्यवस्था ऑटोमेटिक फुलप्रूफ करने की योजना है। जिसमें सुरक्षाकर्मियों की तैनाती कम हो और सुरक्षा ज्यादा हो सके। इसलिए एक कमांड सेंटर से पूरी सुरक्षा व्यवस्था संचालित की जाएगी।  रेड जोन क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था में केंद्रीय सुरक्षा बल की भी तैनाती रहेगी। ड्रोन हमले से बचने के लिए एंटी ड्रोन गन्स सहित सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी होगी। पूरे नगर सहित प्रवेश मार्गों पर एएनआर कैमरे लगाए जाएंगे। जिससे सीमा के अंदर वाहन प्रवेश करने के साथ वाहन स्वामी की पूरी जानकारी कमांड सेंटर के पास होगी।