प्रदेश में छह साल से महिला कॉन्स्टेबल के 20 फीसदी पद खाली

भोपाल
 प्रदेश की सरकार ने भले ही पुलिस आरक्षक की भर्ती में महिलाओं को 33 फीसदी का आरक्षण दिया हो, लेकिन प्रदेश के 9 पुलिस ट्रैनिंग स्कूल में चल रहे आरक्षकों के प्रशिक्षण में महिलाओं की संख्या पुरुष आरक्षकों के मुकाबले में महज 27 प्रतिशत ही है। महिलाओं की आरक्षण अनुसार भर्ती नहीं होने से छह साल में एमपी पुलिस में महिला कॉन्स्टेबल के 20 फीसदी पद भर ही नहीं सके।

प्रदेश में पिछले साल आरक्षकों की भर्ती हुई थी। जिसमें महिला और पुरुष मिलाकर 4 हजार 414 पदों पर भर्ती की गई। इस साल इन सभी को ट्रैनिंग के लिए प्रदेश के 9 पुलिस ट्रैनिंग स्कूलों में भेजा गया। जिसमें महिला आरक्षकों को बेहतर प्रशिक्षण मिल सके इसलिए उन्हें इंदौर के पीटीएस में ट्रैनिंग दी जा रही है। बाकी के 8 पीटीएस में बाकी को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। महिलाएं जो आरक्षक की ट्रैनिंग ले रही है उनकी संख्या 1219 है।

जबकि बाकी की संख्या 3 हजार 195 है। यानि कुल संख्या की 27 प्रतिशत ही महिलाओं के पद इस भर्ती से भरेंगे। जबकि शासन ने 33 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित किए हुए हैं। प्रदेश सरकार ने 2014 में पुलिस महकमे की भर्तियों में महिलाओं को 30 फीसदी आरक्षण दिया। 2017 में ये आरक्षण बढ़ाकर 33 प्रतिशत कर दिया।