एक से बढ़कर एक स्पोर्ट्स कार, खतरनाक डेयरडेविल स्टंट्स, विन डीजल, जेसन स्टेथम, जॉन सीना, द रॉक, जेसन मोमोआ। कहने की जरूरत नहीं है कि बीते 22 सालों में 'फास्ट एंड फ्यूरियस' फ्रेंचाइजी ने सिनेमा की दुनिया में क्या धमाल मचाया है। आपने फिल्म देखी हो या सिर्फ ट्रेलर, 'फास्ट एंड फ्यूरियस' में फर्राटे भरती गाड़ियों के परखच्चे उड़ते हुए खूब देखा होगा। क्या कार, क्या टैंक, क्या ट्रक… आपको जानकर हैरानी होगी कि अब तक रिलीज फ्रेंचाइजी की 10 फिल्मों में 2300 से अधिक गाड़ियों को तबाह किया जा चुका है। भारीभरकम बजट अपनी जगह है, लेकिन आप यह सोचते होंगे कि आखिर ये सुपर लग्जरी गाड़ियां आती कहां से हैं, और क्या इन्हें तबाह करने में मेकर्स को दर्द नहीं होता?
Fast and Furious फ्रेंचाइजी का क्रेज सिर्फ विदेश में ही नहीं, बल्कि इंडिया में भी है। खासकर जो कार के दीवाने हैं, जिन्हें स्पीड और रोमांच थ्रिल देता है, उनके बीच तो इसका जबरदस्त फैन बेस है। इस फ्रेंचाइजी के क्रेज का अंदाजा इस बात से आसानी से लगाया जा सकता है कि 'फास्ट X' को विदेश में रिलीज करने से एक दिन पहले ही इंडिया में रिलीज कर दिया गया था। थिएटर्स में जब दर्शकों ने पर पर्दे पर महंगी और सुपर लग्जरी गाड़ियों के परखच्चे होते देखे, तो हैरान थे। मन में सवाल उठना लाजमी है कि आखिर 'फास्ट एंड फ्यूरियस' फ्रेंचाइजी के पास इतनी गाड़ियां आती कहां से हैं? मेकर्स अब तक कितनी गाड़ियां उड़ा चुके हैं?
'फास्ट एंड फ्यूरियस' की रोमांचक दुनिया
पहले तो यह जान लीजिए कि 'फास्ट एंड फ्यूरियस' पूरी तरह से एक्शन फिल्मों पर बेस्ड एक सीरीज है। इसकी हर फिल्म की कहानी में ढेर सारी गाड़ियां, लड़कियां, स्पीड और एक्शन का तगड़ा डोज देखने को मिलेगा। फ्रेंचाइज की पहली फिल्म 2001 में आई थी, जिसका नाम 'द फास्ट एंड द फ्यूरियस' था। इस फिल्म के लिए मेकर्स ने किराए पर काफी सारी गाड़ियां ली थीं, और कुछ सीन्स के लिए पिक्चर कार डिपार्टमेंट की मदद ली थी। पहली फिल्म में मेकर्स ने करीब 78 कारों के परखच्चे उड़ा दिए थे।
'फास्ट एंड फ्यूरियस' फ्रेंचाइजी ने उड़ाईं कितनी गाड़ियां?
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 'फास्ट एंड फ्यूरियस' फ्रेंचाइजी की अब तक की फिल्मों में 2300 गाड़ियां उड़ाई जा चुकी हैं। इनमें पहले पार्ट में 78 कारें, दूसरे पार्ट यानी '2 फास्ट 2 फ्यूरियस' में 130 कारें, 'द फास्ट एंड द फ्यूरियस: टोकियो ड्रिफ्ट' में 249 कारों को परखच्चे उड़ाए गए। इसी तरह 'फास्ट एंड फ्यूरियस' में 190 कारें, 'फास्ट फाइव' में 260 कारें, 'फास्ट एंड फ्यूरियस 6' में 350 कारें और 'फ्यूरियस 7' में 230 कारों को उड़ाया गया था। वहीं मेकर्स ने फ्रेंचाइजी के आठवें पार्ट यानी The Fate of the Furious में 350 कारें, F9 में 250 कारें और 10वें पार्ट यानी 'फास्ट X' में भी मेकर्स ने 250 से अधिक कारों को चेज़ सीक्वेंस में उड़ाया। इस हिसाब से देखा जाए तो 'फास्ट एंड फ्यूरियस' फ्रेंचाइज के मेकर्स अब तक 2300 गाड़ियों को तबाह कर चुके हैं।
'फास्ट एंड फ्यूरियस' फ्रेंचाइजी की फिल्मों के नाम कितना कारें हुईं बर्बाद
द फास्ट एंड द फ्यूरियस 78 कारें
2 फास्ट 2 फ्यूरियस 130 कारें
द फास्ट एंड द फ्यूरियस: टोकियो ड्रिफ्ट 249 कारें
फास्ट एंड फ्यूरियस 190 कारें
फास्ट फाइव 260 कारें
फास्ट एंड फ्यूरियस 6 350 कारें
फ्यूरियस 7 230 कारें
द फेट ऑफ द फ्यूरियस 350 कारें
एफ9 250 कारें
फास्ट X 250 से अधिक कारें
11वें पार्ट में भी उड़ेंगी गाड़ियां, पर कितनी?
अब इस फ्रेंचाइज का 11वां और आखिरी पार्ट आएगा, जिसके लिए अनुमान लगाया जा रहा है कि मेकर्स कई सुपर लग्जरी गाड़ियों को परखच्चे उड़ाएंगे। इस फ्रेंचाइजी के कुछ स्पिन-ऑफ भी आए, जिनमें भी कई गाड़ियों को उड़ाया गया था।
कहां से आती हैं ये कारें?
'फास्ट एंड फ्यूरियस' फ्रेंचाइजी के लिए कारें आती कहां से हैं? सबसे पहले तो ये बता दें कि ये गाड़ियां असली होती हैं। मेकर्स ने इस फ्रेंचाइजी की फिल्मों के लिए न सिर्फ असली कारों को तबाह किया है, बल्कि महंगी और लग्जरी गाड़ियां खरीदी भी हैं। इसे ऐसे समझिए कि अमूमन एक फिल्म के लिए 40-50 अच्छी कंडिशन वाली गाड़ियां खरीदी जाती हैं। ये गाड़ियां सेकेंड हैंड भी हो सकती हैं। ये 40-50 गाड़ियां वो हैं, जिनका चेजिंग सीक्वेंस में इस्तेमाल होता है और जो आम तौर पर फिल्म में दिखती हैं।
एक कार चलाने के लिए, दूसरी उड़ाने के लिए
अब जिन गाड़ियों के परखच्चे उड़ते हैं, जो गाड़ियां धमाके के साथ उड़ती हैं, उन गाड़ियों का गणित कुछ और है। ये गाड़ियां जंकयार्ड से उठाई जाती हैं। यानी पुरानी और रद्दी के भाव गाड़ियों को खरीदा जाता है और फिर उन्हें मॉडिफाई करके नए जैसा बनाया जाता है। चेज़ सीक्वेंस में मेकर्स असली और अच्छे कंडिशन वाली गाड़ियों को इस्तेमाल करते हैं, और जब किसी गाड़ी को उड़ाना होता है तो यही जंकयार्ड वाला मॉडिफाई वर्जन को धमाके के साथ या सीन के सीक्वेंस के हिसाब से उड़ाया जाता है। स्पेशल इफेक्ट के जरिए जंकयार्ड वाली कार और असली कार को इस तरह एडिट किया जाता है कि हम आम दर्शक इसे समझ नहीं पाते हैं।