गोरखपुर
रेलवे का एक गार्ड ब्रेकयान में यात्रियों को बैठाकर रुपये वसूलते रंगे हाथों पकड़ा गया है। उसे विजिलेंस की टीम ने मंगलवार की शाम को अवध एक्सप्रेस में ट्रैप किया है। मंगलवार की शाम को गोरखपुर से बरौनी जाने वाली अवध एक्सप्रेस के गार्ड एमसी वैश्य ने अपने ब्रेकयान में 10 यात्रियों को बैठाया था। यह देख विजिलेंस की टीम भी पैसे का ऑफर देकर सवार हो गई। ट्रेन कैंट से आगे निकली ही थी कि गार्ड ने एक-एक कर यात्रियों से वसूली शुरू कर दी। यात्रियों ने दूरी के हिसाब से पैसा देना शुरू कर दिया।
इसी दौरान विजिलेंस इंस्पेक्टर ने कप्तानगंज तक जाने की बात कही। इस पर गार्ड ने इंस्पेक्टर से 150 रुपये देने को कहा। इंस्पेक्टर ने पैसे दिया और अगले ही पल गार्ड को दबोच लिया। टीम ने ब्रेकयान का दरवाजा बंद कर उसमें बैठे सभी यात्रियों से बयान लिया और गार्ड को पकड़कर मुख्यालय ले आई। गार्ड ने बयान में पैसे लेने की बात स्वीकारी और माफ करने की गुजारिश की है। उधर टीम ने अपनी रिपोर्ट सम्बंधित विभाग को सौंप दी है। अब विभाग रिपोर्ट के आधार के पर गार्ड के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
लगातार मिल रही थी वसूली की शिकायत
पूर्वोत्तर रेलवे की विजिलेंस टीम को लगातार यह शिकायत मिल रही थी कि गोरखपुर से नरकटियागंज की तरफ ट्रेन लेकर जाने वाले कुछ गार्ड जगह न पाने वाले यात्रियों को ब्रेकयान में बैठाकर रुपये वसूलते हैं। शिकायत के आधार पर विजिलेंस की टीम मंगलवार को उसे दबोचने का प्लान बनाया जिसमें गार्ड फंस गया। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए रेलवे का सतर्कता विभाग निरन्तर निगरानी करता है। एक गार्ड की भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत मिली थी, जिसको सतर्कता विभाग की टीम ने पकड़ा है। उस पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।